सोमवार, 19 अप्रैल 2010

एक मुलाकात नन्हा लेखक .... प्रखर

हर बच्चे का अपना अलग शौक होता है . कोई खेलना पसंद करता है तो कोई टी वी देखना .कोई हीरो बनना चाह्ता है तो कोई डाक्टर . पर जब पढाई  की बात आती है तो अच्छे खासे  बच्चे का चेहरा उतर जाता  है क्योकि  ज्यादातर बच्चो को लिखने पढ्ने से चिढ होती है वो  पढाई के नाम से ही मुँह बना लेते है स्कूल जाने के नाम से ही उन्हे बुखार हो जाता है . पर आज हम आपकी मुलाकात जिस बच्चे से करवाने जा रहे है उसे ना सिर्फ पढ्ने का शौक है बलिक उसने तो 12 साल की मासूम उम्र मे  द इनक्रडेबल नामक एक किताब ही लिख डाली .
जी हाँ, मैने सही लिखा है और आपने सही पढा है .जयपुर का रहने वाला प्रखर गुप्ता आज किसी परिचय का मोहताज नही है . 14 सितम्बर 1996 को जन्मे प्रखर ने पिछ्ले साल गर्मी की छुट्टियो मे बोरियत से बचने के लिए एक रफ कापी पर एक कहानी लिखनी शुरु की .  पर कहानी ज्यादा ही लम्बी हो गई और दो रफ कापी भर गई .उसने जब यह कहानी अपने मम्मी पापा को सुनाई तो ना सिर्फ वो बहुत  हैरान हुए ,खुश हुए बलिक उन्होने उसी समय मन बना लिया कि वो इसे किताब रुप मे प्रकाशित भी करवाएगे इसकी मेहनत  बेकार नही जाने देगे .इस काम मे साल के करीब लगा पर आखिर वो दिन आ गया जब किताब छ्प कर आ गई . जयपुर मे रुकमणि बिरला माड्ल हाई स्कूल , कक्षा8 मे पढ्ने वाले प्रखर को 26 जनवरी को स्कूल मे सम्मानित किया गया . न्यूज चैनल पर उनका साक्षात्कार लिया गया .बात करने पर प्रखर ने बताया कि पिछ्ले साल जब वो कक्षा 7 मे था  तब गर्मी की छुट्टियो मे  बस बैठे बैठे मन मे आया और वो लिखने लगा . 100 पन्नो की किताब को 20 -22 दिन मे लिख दिया था .यह कहानी जासूसी  है और बच्चो के मतलब की ही है .जिस ने भी पढी सभी ने बहुत पसंद किया  .इतनी छोटी उम्र मे लिखने के बारे मे पूछा तो वो बस मुस्कुरा दिया .अगली किताब के बारे मे उन्होने बताया कि मार्स के लोगो के बारे मे होगी . यह भी बहुत मजेदार किताब होगी . लिखने के इलावा प्रखर ने बताया कि अबेकस [यूसीमास] मे वो पूरे राजस्थान मे चौथे स्थान पर रहा . इस साल मई जून मे उसे डिग्री मिल जाएगी . खेल खेल मे पढाई होती रही बहुत मजा आया  . अब गणित सबसे अच्छा लगता है उसके इलावा साईंस भी बहुत पसंद है .वैसे भी उसे स्कूल बहुत पसंद है खास कर वहाँ की टीचर और खेल का मैदान .
प्रखर इकलौता होने के कारण पापा -मम्मी का लाडला है . पर जिद्दी नही है .गोल गप्पे तो उसकी जान है .वैसे पिज्जा भी बहुत पसंद है . गाने मे गीव मी सम सन शाईन बहुत अच्छा लगता है उसकी पसंदीदा किताबे फेमस फाईव ,हार्डी बायस है . अक्षय कुमार , शाहरुख खान और ऋतिक रोशन का वो फैन है पर अभी हिरोईन कोई पसंद नही है बताते हुए वो शरमा गया .बडे होकर वो इंजिनियर बनना चाहता है और देश के लिए कुछ करना चाहता है .प्रखर मानते हैं कि अगर उनके पापा मम्मी ने उन्हे उत्साहित नही किया होता तो वो भी आम बच्चो की तरह ही होते उनकी कोई अलग पहचान नही होती .
प्रखर का और बच्चो को यही संदेश है कि मेहनत करो और करते रहो ... कभी ना कभी फल जरुर मिलेगा ..प्रखर को भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएँ .

मोनिका गुप्ता     
सिरसा    
हरियाणा 

Monica Gupta
Sirsa
Haryana

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